*विश्व की प्रथम सभ्यता पर Updated खोज !*

 

Vishva ki prathm sabhyata

 विश्व की प्रथम सभ्यता पर Updated खोज !

 विश्वइतिहास के अतीत में खोजना मानों अँधेरी जगह में किसी वस्तु को खोजने के समान है। आज तक विभिन्न इतिहासकार एवं पुरातत्ववेत्ता अँधेरे में गोते लगाते आ रहे हैं। जो खोजें आज से 60-70 वर्ष पहले हुईं थीँ, उन्हें आज की नवीनतम खोजों के द्वारा रद्द कर दिया जाता रहा है, और भविष्य में भी आज के डेट की खोजों को नकार दिया जायेगा। परंतु फिर भी सभी खोजों के तुलनात्मक अध्ययन से वर्तमान में हम यह तो जान ही सकते हैं कि विश्व की प्रथम सभ्यता कौन-सी है ?

 तो आइये हम क्रमबद्ध-रूप से उस प्रथम सभ्यता के बाद की सभ्यताओं की सूची भी जानेंगे :-

  विश्व की प्रथम सभ्यता -सिन्धु-सभ्यता

 पुरातत्ववेत्ताओं के द्वारा बाईबल अध्ययन के उपरान्त अपनी खोजों में अभी तक यही माना जाता रहा था कि विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता अथवा प्रथम सभ्यता सुमेर-सभ्यता है। परंतु आज के अपडेटिड रिसर्च के अनुसार विश्व की सबसे प्राचीन अथवा प्रथम सभ्यता "सिन्धुघाटी की सभ्यता" रही है। इस अपडेटिड रिसर्च का हवाला रिसर्च मेगजीन "नेचर" के द्वारा दिया गया है। इसके अतिरिक्त भी अन्य अनुसंधानों से भी यह पता चला है कि सिन्धुघाटी की सभ्यता लगभग 8000 वर्ष पुरानी है।

 फिर भी हम प्राप्त सर्वमान्य पुरातात्त्विक-स्त्रोतों के आधार पर जानेंगे की सिन्धु-सभ्यता का काल क्या था और क्या वाकेई में दुनियाँ की पहली सभ्यता थी ?

 क्षेत्रफल की दृष्टी से भी सिन्धुघाटी की सभ्यता इतिहास की सबसे बड़ी सभ्यता है। सिन्धुसभ्यता का क्षेत्रफल 1.26 मिलियन-वर्गमील से भी अधिक है।

 सिन्धुघाटी की सभ्यता 8000 से 3500 ईसापूर्व के काल में अपनी प्रारंभिक अवस्था में थी। 

 3741 ईसापूर्व महाजलप्रलय की घटना के उपरान्त इस सभ्यता ने अपना विकास किया। 

 2600-1900 ईसापूर्व यह सभ्यता परिपक्व हुई। इसके उपरान्त 1900-1300 ईसापूर्व इस सभ्यता के उतरार्धकाल में इसका पतन हो गया।

 यह सभ्यता एक उन्नत सभ्यता थी। महाजलप्रलय (3741 ईसापूर्व) से पूर्व यह सभ्यता एक अच्छी-खासी विकसित सभ्यता थी। किन्तु जलप्रलय के उपरान्त सभ्यता का केंद्र "सुमेर पर्वत स्थान" से अर्थात मेसोपोटामिया की सभ्यता से शुरु होता है। जलप्रलय के पश्चात आरंभिक विकसित सभ्यता "सुमेर-सभ्यता" के नाम से जानी जाती है।

 जलप्रलय के बाद दुनियाँ की पहली सभ्यता - सुमेर सभ्यता

सुमेर-सभ्यता का चरमोत्कर्ष काल है- 2300-1500 ईसापूर्व। इससे पूर्व जलप्रलय में *नूह (मनु) का जहाज 'सुमेरू-पर्वत' (आरारत पर्वत) पर जा टिका, फिर वहीं से उतर कर "ऊवेदकालीन" सभ्यता से विश्वसभ्यताओं का श्रीगणेश हुआ। 

 

बेबिलोनियन सभ्यता

 सुमेरियन-सभ्यता के पश्चात प्राचीन इतिहास में बेबिलोनियन सभ्यता का आगमन होता है। वास्तव में बेबिलोनियन मेसोपोटामियन सभ्यता का ही अंग है। इस सभ्यता का काल है- 2000-400 ईसापूर्व।

 हम्मूरब्बी बेबिलोनिया का एक प्रसिद्ध राजा था। जो अपने कठोर कानूनों के लिये विश्व इतिहास में प्रसिद्ध है। बेबीलोन का जिक्र धर्मशास्त्र बाईबल में भी आया है।

 ईरान की सभ्यता

 2000 से 2500 ईसापूर्व ईरान की सभ्यता का काल है। ईरान फारसी लोगों की सभ्यता थी। यहां का मुख्य धर्म जोराष्ट्रियन धर्म था।

 मिश्र की सभ्यता

 *2000-150 ईसापूर्व मिश्र की सभ्यता अपने चरमोत्कर्ष पर थी।

 *असीरियन सभ्यता का काल 1450-500 ईसापूर्व का है।

 *ग्रीस अथवा यूनान की सभ्यता का काल 1450-150 ईसापूर्व की है।

 *रोम की सभ्यता का काल 800-500 ईसापूर्व की है।

 *चीन की सभ्यता का काल भी लगभग 2000 ईसापूर्व से शुरु होती है।

 सारांश 

 इन विभिन्न प्राचीन सभ्यताओं की सर्वमान्य क्रमबद्ध सूची को देखकर तो यही सिद्ध होता है कि वाकेई में विश्व की प्रथम सभ्यता  भारत की सिन्धुघाटी की सभ्यता ही है। जलप्रलय से पूर्व यह सभ्यता एक विकसित सभ्यता थी। जलप्रलय के बाद भी यह सभ्यता अपने चरमोत्कर्ष पर आरूढ़ हो चुकी थी। अधिकाँश इतिहासकारों एवं पुरातत्ववेत्ताओं का मानना है कि इस सभ्यता के पतन के पीछे का कारण मुख्यतः कोई फ्लड, कोई आँणविक-अस्त्र से विस्फोट और  जलवायु परिवर्तन ही है, जिससे यहां पर बहती *सरस्वती-नदी की धारा सदाकाल के लिये मिट गई !

 


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