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| प्राचीन चीन की कुछ रोचक बातें ! |
प्राचीन चीन की कुछ रोचक बातें!
चीन की सभ्यता 5000 वर्षों से भी अधिक पुरानी है और इसमें अनगिनत राजवंश, युद्ध, आविष्कार और सांस्कृतिक विकास शामिल हैं। यहाँ कुछ रोचक और महत्वपूर्ण बिंदुओं को विस्तार से बताया गया है, जो इस विशाल इतिहास की झलक देते हैं।
चीन के पहले सम्राट: किन शी हुआंग और उनकी टेराकोटा सेना
प्राचीन चीन के सबसे प्रभावशाली और रहस्यमयी शासकों में से एक, किन शी हुआंग (259-210 ईसा पूर्व) ने चीन को एकीकृत कर किन राजवंश की स्थापना की थी।
- चीन का एकीकरण: लगभग 200 वर्षों के युद्धरत राज्यों के काल के बाद, किन शी हुआंग ने कई राज्यों को जीतकर एक विशाल साम्राज्य स्थापित किया। उसने पूरे चीन में एक ही लिपि, मुद्रा और माप-तौल की प्रणाली लागू की, जिससे व्यापार और प्रशासन में आसानी हुई।
- अमरता का जुनून: सत्ता के शिखर पर पहुँचने के बाद, सम्राट को अमरता का जुनून सवार हो गया था। उसने अमरता का अमृत खोजने के लिए कई अभियान चलाए, लेकिन आखिरकार वह अपनी मृत्यु को स्वीकार करने के लिए मजबूर हुआ।
- टेराकोटा सेना का निर्माण: अपनी मृत्यु के बाद भी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, उसने एक विशाल मकबरे का निर्माण शुरू करवाया। इस मकबरे में एक भूमिगत शहर था, जिसकी रक्षा के लिए हजारों मिट्टी के सैनिकों (टेराकोटा सेना) को तैनात किया गया था।
- विशिष्टता: हर सैनिक का चेहरा, केशविन्यास और शारीरिक बनावट दूसरे से अलग थी, जो उस समय के शिल्पकारों की असाधारण कलात्मकता को दर्शाता है। ये सैनिक सम्राट के मकबरे के बाहर, वास्तविक युद्ध के समान क्रम में खड़े थे, जैसे वे हमेशा उसकी सेवा के लिए तैयार हों।
चीन की महान दीवार: एक विशाल निर्माण
चीन की महान दीवार कोई एक दीवार नहीं है, बल्कि यह कई किलों और दीवारों की एक श्रृंखला है, जिसे विभिन्न राजवंशों ने सैकड़ों वर्षों में बनाया था।
- उद्देश्य: इसे मुख्य रूप से उत्तरी खानाबदोश समूहों के हमलों से चीनी राज्यों की रक्षा के लिए बनाया गया था।
- निर्माण सामग्री: महान दीवार के निर्माण में कई तरह की सामग्रियों का उपयोग हुआ, जैसे पत्थर, ईंट और यहाँ तक कि चिपचिपे चावल का उपयोग एक मजबूत बाइंडर (गोंद) के रूप में किया गया था।
- श्रमिकों की गाथा: इस विशाल परियोजना को पूरा करने में लाखों श्रमिकों का योगदान रहा। इन श्रमिकों में सैनिक, किसान और कैदी शामिल थे। कई श्रमिक निर्माण के दौरान मारे गए, जिसके कारण दीवार को "दुनिया का सबसे लंबा कब्रिस्तान" भी कहा जाता है।
- एक मिथक: यह एक लोकप्रिय धारणा है कि महान दीवार अंतरिक्ष से दिखाई देती है, लेकिन यह सच नहीं है। यह पृथ्वी पर एक प्रभावशाली संरचना है, लेकिन इसे नग्न आँखों से अंतरिक्ष से देखना संभव नहीं है।
महान चीनी आविष्कार
प्राचीन चीन ने दुनिया को चार सबसे महत्वपूर्ण आविष्कार दिए, जिन्होंने मानवता के इतिहास को बदल दिया।
- कागज़: हान राजवंश के दौरान (206 ईसा पूर्व - 220 ईस्वी), कै लुन नामक एक दरबारी ने कागज़ बनाने की प्रक्रिया में सुधार किया।
- मुद्रण: तांग राजवंश (618-907 ईस्वी) के दौरान, लकड़ी के खंडों का उपयोग करके छपाई शुरू हुई।
- बारूद: माना जाता है कि बारूद का आविष्कार तांग राजवंश के दौरान गलती से एक कीमियागर ने किया था, जो अमरता का अमृत बनाने की कोशिश कर रहा था।
- कम्पास: हान राजवंश के दौरान, एक चुंबकीय कम्पास का आविष्कार हुआ था। शुरू में इसका उपयोग नेविगेशन के बजाय भविष्य की भविष्यवाणी के लिए किया जाता था, लेकिन बाद में इसका उपयोग समुद्री यात्राओं में होने लगा।
प्राचीन चीनी दर्शन और धर्म
प्राचीन चीन में कई दार्शनिक और धार्मिक विचार पनपे, जिन्होंने लोगों की सोच और जीवनशैली को गहरा प्रभावित किया।
- कन्फ्यूशीवाद: कन्फ्यूशियस (551-479 ईसा पूर्व) द्वारा स्थापित, यह एक नैतिक और दार्शनिक प्रणाली है। यह सामाजिक सद्भाव, सम्मान, परिवार के प्रति कर्तव्य और सरकार के नैतिक शासन पर जोर देती है।
- ताओवाद: लाओत्से द्वारा स्थापित माना जाने वाला ताओवाद प्रकृति के नियमों के साथ सामंजस्य स्थापित करने पर जोर देता है। यह 'ताओ' नामक एक प्राकृतिक प्रवाह में विश्वास करता है।
- बौद्ध धर्म: पहली शताब्दी ईस्वी के दौरान भारत से चीन में आया बौद्ध धर्म धीरे-धीरे वहाँ की संस्कृति का हिस्सा बन गया।
- विधिवाद: किन राजवंश ने विधिवाद को अपनाया, जो कानून और कठोर दंड पर आधारित था। यह नैतिकता पर नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली और निरंकुश राज्य पर जोर देता था।
रेशम मार्ग
रेशम मार्ग एक प्राचीन व्यापार मार्ग था, जिसने चीन को मध्य एशिया और यूरोप से जोड़ा।
- रेशम का महत्व: रेशम चीन का सबसे महत्वपूर्ण निर्यात था। चीन ने हजारों सालों तक रेशम बनाने की तकनीक को एक गुप्त रहस्य बनाए रखा।
- व्यापार और संस्कृति: रेशम मार्ग सिर्फ व्यापार का ही मार्ग नहीं था, बल्कि यह विचारों, धर्मों और संस्कृतियों के आदान-प्रदान का भी माध्यम था। बौद्ध धर्म का चीन में आगमन इसी मार्ग से हुआ था।
चीनी चिकित्सा पद्धति
प्राचीन चीनी चिकित्सा पद्धति में एक्यूपंक्चर, हर्बल दवाएँ और अन्य उपचार शामिल हैं, जिनका ज्ञान हजारों साल पहले लिखी गई पुस्तकों में मिलता है।
- एक्यूपंक्चर: यह एक चिकित्सा पद्धति है, जिसमें शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर पतली सुइयाँ डाली जाती हैं।
- हर्बल दवाएँ: प्राचीन चीनी चिकित्सकों ने कई औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों का उपयोग करके विभिन्न बीमारियों का इलाज किया।
जीवन शैली और दैनिक जीवन
- चॉपस्टिक का उपयोग: चीनी लोग 4,000 से भी ज़्यादा वर्षों से खाने के लिए चॉपस्टिक का उपयोग करते आ रहे हैं।
- कागज का कवच: कुछ प्राचीन चीनी सैनिक कागज से बना कवच पहनते थे, जो धातु के कवच से हल्का और सुरक्षित माना जाता था।
- भूकंपमापी: हान राजवंश के दौरान, एक ऐसा यंत्र बनाया गया था, जो दूर होने वाले भूकंपों का भी पता लगा लेता था।
यह जानकारी प्राचीन चीन के विशाल और रोचक इतिहास का एक छोटा सा हिस्सा है। चीन की सभ्यता ने न केवल दुनिया को कई महत्वपूर्ण आविष्कार दिए, बल्कि इसने दर्शन, धर्म और कला के क्षेत्र में भी गहरा प्रभाव डाला।
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इतिहास


