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Mystory of the world in hindi |
इतिहास की सबसे बड़ी रहस्यमयी घटना: आज भी एक अनसुलझी पहेली!
Mystory of the world in hindi : इतिहास, सिर्फ राजा-महाराजाओं की कहानियाँ या युद्धों का लेखा-जोखा नहीं है, बल्कि यह अनगिनत रहस्यों का एक विशाल सागर भी है। कई ऐसी घटनाएँ हैं जो सदियों बाद भी वैज्ञानिकों, इतिहासकारों और शोधकर्ताओं के लिए एक पहेली बनी हुई हैं। इनमें से एक सबसे बड़ी और रहस्यमयी घटना है मेसोपोटामिया की महान जलप्रलय (The Great Flood of Mesopotamia), जिसे बाइबिल में महाप्रलय (The Great Deluge) के नाम से जाना जाता है और हिंदू धर्म में प्रलय की अवधारणा से भी जोड़ा जाता है।
यह कहानी सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया की लगभग हर सभ्यता में इसके अंश मिलते हैं, जो इसे और भी रहस्यमय बना देता है। सुमेरियन, बेबीलोनियन और असीरियन सभ्यताओं के प्राचीन मिट्टी के पटलों (clay tablets) पर भी इसका वर्णन मिलता है।
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Mystory of the world in hindi |
कहानी क्या है?
मेसोपोटामिया की कहानी के अनुसार, भगवान या देवता मानव जाति के पापों और बुराइयों से इतने निराश हो गए थे कि उन्होंने पूरी दुनिया को एक भयानक जलप्रलय से नष्ट करने का फैसला किया। लेकिन, एक नेक इंसान, उतनापिश्तिम (Utnapishtim) या नोआ (Noah), को इस विनाश के बारे में पहले ही पता चल गया। उसे एक विशाल नाव या जहाज (ark) बनाने का आदेश मिला, जिसमें उसे हर तरह के जीव-जंतुओं के जोड़े और अपने परिवार को रखना था। जब जलप्रलय आई, तो पूरी दुनिया पानी में डूब गई और सिर्फ वही जहाज बचा। इस जलप्रलय के बाद, मानव जाति और जीवों का अस्तित्व फिर से शुरू हुआ।
रहस्य क्यों?
इस कहानी को एक काल्पनिक कथा मानने के बजाय, इसे इतिहास की सबसे बड़ी रहस्यमयी घटना क्यों कहा जाता है, इसके पीछे कई ठोस कारण हैं:
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Mystory of the world in hindi |
सार्वभौमिकता (Universality): यह कहानी सिर्फ मेसोपोटामिया तक सीमित नहीं है। भारत में मनु और प्रलय की कहानी, यूनान में ड्यूकालियन (Deucalion) और पाइरा (Pyrrha) की कहानी, यहाँ तक कि अमेरिका के मूल निवासियों की लोककथाओं में भी एक बड़े जलप्रलय का जिक्र मिलता है। यह समानता आश्चर्यचकित करती है और यह सवाल उठाती है कि क्या वास्तव में ऐसी कोई घटना हुई थी जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया?
वैज्ञानिक साक्ष्य (Scientific Evidence): हालाँकि, पूरी दुनिया को डुबाने वाली एक ही जलप्रलय का कोई ठोस भूवैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है, लेकिन कई वैज्ञानिकों का मानना है कि ईसा पूर्व 5000-3000 के बीच मेसोपोटामिया क्षेत्र में टिगरिस और यूफ्रेट्स नदियों में भयानक बाढ़ आई थी, जिसने बड़े पैमाने पर विनाश किया था। हो सकता है कि इसी घटना को पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ा-चढ़ाकर एक वैश्विक जलप्रलय की कहानी में बदल दिया गया हो।
पुरातात्विक खोज (Archaeological Finds): 1929 में, ब्रिटिश पुरातत्वविद सर लियोनार्ड वूली (Sir Leonard Woolley) ने प्राचीन उर (Ur) शहर की खुदाई करते समय मिट्टी की एक मोटी परत खोजी, जो जल-जमाव के कारण बनी थी। यह परत लगभग 3 मीटर मोटी थी और इसके नीचे एक और प्राचीन सभ्यता के अवशेष मिले। वूली ने इसे "महान जलप्रलय" का प्रमाण माना, हालाँकि बाद में इस पर काफी बहस हुई।
खोए हुए शहर और सभ्यताएँ: कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि इस जलप्रलय ने अटलांटिस (Atlantis) जैसी कई उन्नत सभ्यताओं को हमेशा के लिए डुबो दिया। इस बात का कोई निश्चित प्रमाण नहीं है, लेकिन यह इस रहस्य को और भी गहरा बनाता है।
आज भी, इतिहासकार और वैज्ञानिक इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक कहानी है जो मानवता को नैतिकता का पाठ सिखाती है, या फिर यह एक ऐसी वास्तविक घटना थी जिसके अवशेष आज भी दुनिया के अलग-अलग कोनों में दबे हुए हैं। इस रहस्य की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे इतिहास में अभी भी कितनी अनसुनी और अनसुलझी कहानियाँ बाकी हैं।