*Uniform Civil Code की जरुरत क्यों ?: आइये जानें UCC के बारे में!*

 

Uniform Civil Code in hindi

Uniform Civil Code की जरुरत क्यों ?: आइये जानें UCC के बारे में!


दोस्तों Uniform Civil Code In Hindi की सम्पूर्ण व्याख्या आज हम अपने इस आर्टिकल में संक्षिप्त रूप से करेंगे। आज का यह आर्टिकल UCC पर आधारित हैं। भारत में UCC को लेकर विवाद बना हुआ हैं। आखिरकार UCC kya hai? यह विषय हर तरफ एक चर्चा का विषय बना हुआ हैं। आपने UCC का नाम तो बहुत बार सुना होगा। लेकिन आप में से अधिकतर लोग ही शायद UCC kya hai? इसकी जानकारी रखते होंगे। इसलिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और Uniform Civil Code in hindi आखिरकार है क्या? इसके बारे में अच्छे से जाने :- 

Uniform Civil Code in hindi


What is uniform civil code


 UCC kya hai? :- यह एक ऐसा कानून हैं, जो सभी नागरिकों को एक देश में, एक समान नागरिक संहिता (क़ानून) से रहने का हक देता हैं। इस कानून के अंतर्गत संपत्ति का अधिकार, गोद लिए गए बच्चे का अधिकार, शादी का अधिकार, संचालन का अधिकार इत्यादि इन सबको एक ही कानून के अंतर्गत बनाया जाता हैं। जिसे देश के सभी नागरिकों पर एक समान लागू किया जाता हैं, जिसे Uniform Civil Code या फिर UCC कहते हैं।



Uniform Civil Code In India


Uniform Civil Code यानी की समान नागरिक संहिता एक कानून हैं। जिसके अंतर्गत भारत में जितने भी समुदाय रहते हैं उन सब को कानूनी विचारधारा से एक प्लेटफार्म पर लेकर आना हैं। मतलब की भारत देश के अंदर विवाह को लेकर, संपत्ति को लेकर और अन्य कानूनों को लेकर अलग-अलग विचार धारा हैं। UCC इन सभी धारणाओं को एक ही कानून विचारधारा में पिरोने का सूत्र हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में इस बात का जिक्र किया गया हैं कि भारत देश के हर क्षेत्र में सभी समुदायों पर एक 'समान नागरिक संहिता' लागू होनी चाहिए। जिसे वर्तमान भारतीय सरकार UCC के नाम से पूरे देश में एक समान नागरिक संहिता के तहत 'एक देश-एक कानून' के तहत लागू करना चाहती हैं, जिसे Uniform Civil Code के नाम से जाना जाता हैं।



आखिर क्यों Uniform Civil Code की जरूरत आन पड़ी? (Why Uniform Civil Code?)


दोस्तों UCC को पिछले कई दशकों से लाने की बात कही जा रही है, जिस पर कई बार चर्चा भी हुई है। लेकिन इस चर्चा का कोई नतीजा नहीं निकला। क्योंकि भारतीय संविधान के अनुसार माने तो भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश कहलाता है। जिसमें बहुत से समुदाय के लोग एक साथ भारत के अंदर रहते हैं। जैसे कि हिंदू, सिख, जैन, पारसी, इसाई, बौद्ध और मुस्लिम धर्म इत्यादि। भारत के अंदर सिविल कानून की बात करें तो दो तरह के सिविल कानून लागू होते हैं:- एक हिंदू एक्ट दूसरा मुस्लिम पर्सनल लॉ।

साल 1956 में एक हिंदू मैरिज एक्ट लागू हुआ था। जिसके अंतर्गत हिंदुओं, सिख, जैन, बौद्ध अन्य सभी समुदाय के लोग आते हैं। सिर्फ एक मुस्लिम समुदाय के लोग इस एक्ट के अंतर्गत नहीं आते हैं। संविधान के अनुसार उन्हें पर्सनल लॉ बोर्ड कानून के तहत रखा गया हैं। इस तरह सिविल कानून को लेकर लोगों के बीच अलग-अलग धारणा पैदा हो रही हैं। इसी धारणा के तहत भारत सरकार UCC कानून को लेकर आ रही हैं, ताकि सभी समुदाय के लोगों पर एक देश एक कानून लागू किया जाए।

इसीलिए भारतिय जनता के अंदर UCC की कमी महसूस हुई। इसी को मध्य नजर रखते हुए,भारत सरकार ने एक देश एक कानून समान नागरिक संहिता को लागू करने का निर्णय लिया हैं। जिसके तहत आने वाले समय में भारत सरकार Uniform Civil Code in india के लिए कानून प्रस्ताव लेकर आने की सोच रही हैं।
Uniform Civil Code in hindi




Uniform Civil Code के फायदे क्या है?


 सामान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code in hindi) के लागू होने के बहुत से फायदे हैं। विश्व के लगभाग 125 देशो में समान नागरिक संहिता लागू हैं। जिसके तहत वहां के नागरिकों को बहुत से लाभ मिल रहे हैं। ऐसे ही समान नागरिक संहिता अगर भारत में सही रूप से लागू होता है तो उस स्थिति में निम्नलिखित लाभ या फायदा भारत के नागरिकों को मिलेंगा। जिसके बारे में हम नीचे उसका उल्लेख करेंगे:-

1 - Uniform Civil Code अगर भारत में सही रूप से लागू होता हैं तो उस स्थिति में भारतीय महिलाओं को बहुत से लाभ मिलेंगे। उनकी स्थिति में फिजिकली और आर्थिक रूप से और दिमागी तौर से सुधार आएगा।

2 - समान नागरिकता संहिता लागू होने से व्यक्तिगत रूप से या फिर धार्मिक कानूनों के आधार पर होने वाले भेदभाव खत्म हो जाएंगे और सभी पर एक ही कानून लागू होगा।

3 - यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने के बाद लैंगिक की व्यवस्था में सुधार आएगा और समानता का अधिकार प्राप्त होगा।

4 - जिन समुदाय में बच्ची की शादी या कहें बेटी की शादी 9 साल की उम्र में हो जाती हैं। अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होता हैं। तो उस स्थिति में सब पर एक ही कानून लागू होगा और बेटियों की शादी 21 वर्ष से पहले नहीं हो सकती। 

5 - UCC के आने के बाद सभी महिलाओं को अपनी पैतृक या कहें कि पिता की संपत्ति में अधिकार लेने का अधिकार मिलेगा। इसके साथ ही बच्चों को गोद लेने से संबंधित सभी मामलों पर एक ही समान कानून होगा।

6 - अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड होता हैं तो उस स्थिति में इस कानून के आने के बाद सभी लोगों को कानून की अच्छी तरह जानकारी होगी और सरलता से वह इस कानून को समझ सकेंगे, साथ ही उन्हें इस विषय को समझने में आसानी भी होगी।

7 - विभिन्न प्रकार के समुदायों में रुढ़िवादी सोच महिलाओं के जीवन में एक अभिशाप बनता जा रहा हैं। जिसके तहत महिलाओं के हितों का हनन हो रहा है। समान नागरिक संहिता के तहत ऐसी बातों की सोच के ऊपर रोक लग जाएगी।

8 - UCC का फायदा सबसे ज्यादा पिछडे वर्ग, जनजाति वर्ग, अनुसूचित-जनजाति वर्ग, जातिवर्ग, मुस्लिम समुदाय की महिलाएं इत्यादि को फायदा होगा।

9 - मुस्लिम समुदाय में आज भी महिलाओं के हितों का हनन हो रहा हैं। तीन तलाक को लेकर महिलाओं के जीवन को खराब किया जा रहा है। ऐसे ही अन्य कई तरह की घटिया सोच रखने वाले धार्मिक क़ानून, जो मुस्लिम समुदाय में महिलाओं के हितों का हनन कर रही है, इसमें सुधार आएगा।

10 - अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड आता हैं तो उस स्थिति में सभी महिलाओं को भारत के अंदर संविधान के तहत 'एक देश एक कानून' का पालन करना होगा। चाहे फिर वह महिला वर्ग हो या फिर पुरुष-बच्चे वर्ग। 



Uniform Civil Code से नुकसान 


दोस्तों, अगर भारत के अंदर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होता है तो इससे सभी नागरिकों को 'एक देश एक कानून' का फायदा ही मिलेगा। इसमें ऐसा कुछ नहीं हैं जिससे कि भारतीय नागरिकों को कोई नुकसान होगा। बल्कि जिन महिलाओं या व्यक्तियों का शोषण हो रहा है या उनको समाज में सही सम्मान नहीं मिल रहा हैं, तो इस कानून के आने के बाद चाहे वह आदिवासी हो, चाहे वह विशेष समुदाय से आने वाले हो या फिर वह किसी जाति से हो, सभी के ऊपर यूनिफॉर्म सिविल कोड के तहत कानूनों को अच्छे से सोच समझकर, सभी जानकारों से विचार-विमर्श करके लाया जाएगा। जिसमें सभी समुदाय के हितों का पालन किया जाएगा। इसलिए हम कह सकते हैं कि UCC के आने से भारतीय नागरिकों को किसी भी तरह का कोई भी नुकसान नहीं होने वाला है।



Uniform Civil Code किन किन देशों में लागू है?


 यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात करें, तो बहुत से ऐसे देश हैं जहां पर समान नागरिक संहिता कानून लागू है। जिससे वहां के रहने वाले सभी समुदाय के लोगों को एक ही कानून के तहत रखा गया हैं। इस कानून के अंतर्गत सिविल कानून का अधिकार, शादी का अधिकार, सजा का अधिकार, संपत्ति का अधिकार और अन्य तरह के अधिकार के तहत एक ही कैटिगिरी या एक ही प्लेटफार्म के तहत सिविल कानून लागू है। जिसमें मुख्य रूप से अमेरिका, पाकिस्तान, सूडान, मलेशिया, आयरलैंड, मिस्र, तुर्की इत्यादि देश शामिल हैं। यहां के देशों में सिविल कानून के तहत अलग-अलग कानून नहीं बनाए गए हैं। सभी नागरिकों को एक नागरिक समान संहिता कानून का पालन करना होता है। अगर कोई इस कानून का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई का भी प्रावधान है। इन सभी देशों के समुदाय के लोगों ने UCC कानून को बहुत ही अच्छे तरीके से अपनाया है।


Conclusion 


जैसा कि इस आर्टिकल में हमने आपको Uniform Civil Code In Hindi से संबंधित जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी। अगर आपके मन में (UCC kya hai) से संबधित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट करके अपने सवाल पूछ सकते हैं। हम आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा अगर आपको किसी और टॉपिक पर जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। धन्यवाद
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