*फूड प्वाइजनिंग से बचने के सरल तरीके! (Food poisioning in hindi)*

 

Food poisioning से कैसे बचें ?


फूड प्वाइजनिंग से बचने के सरल तरीके! (Food poisioning in hindi) 


Food poisioning से कैसे बचें : अक्सर देखा गया है कि बहुत से लोगों को बाहर का खाना काफी पसंद होता है और उन्हें बाहर के खाने में चटपटा खाने का काफी शौक होता है। जिस कारण उनकी सेहत खराब होती है और उन्हें फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होने लगती है। आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको फूड प्वाइजनिंग से संबंधित सभी जानकारियां आपके साथ साझा करेंगे। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे कि फूड प्वाइजनिंग क्यों होता है और इसके कारण और लक्ष्ण क्या है साथ ही जानेंगे की फूड प्वाइजनिंग से कैसे बचे। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए, तभी आप Food Poisoning से संबधित जानकारियां प्राप्त कर पाएंगे, जो आपके बेहद ही काम आने वाली है। 



फूड प्वाइजनिंग क्यों होता है?


आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की फूड प्वाइजनिंग इसलिए होता है, क्यूंकि जब भी आप बाहर किसी ठेले का खाना खाते है, जो दूषित हो या फिर जिस बाहर के खाने में बैक्टीरिया या विषैले तत्व शामिल हो। वह भोजन आपके पेट में जाकर फूड प्वाइजनिंग का मुख्य कारण बनता है। यह दूषित भोजन आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बना देता है, जिस कारण आपको फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होती हैं।
अक्सर देखा गया है कि बहुत से लोगो को बाहर किसी सस्ते दूकान या फिर बाहर किसी ठेले का बना हुआ खाना काफी पसंद होता है। जो बासी और अशुद्ध होता है और वह खान 2 से 3 दिन पुराना होता है, जिसे खाने से फूड प्वाइजनिंग होती है। इसके अलावा बैक्टीरिया वाले पानी पिने से भी फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होती है। इसलिए कोशिश करें कि जब भी आप खाना खाये, तो वह शुद्ध और ताजा होना चाहिए और खुली हवा का बना हुआ खाना बिल्कुल भी ना खाएं।

Food poisioning से कैसे बचें ?


फूड प्वाइजनिंग होने के मुख्य कारण क्या है?


फूड प्वाइजनिंग के वैसे तो अनेको कारण है। लेकिन हम आपको फूड प्वाइजनिंग के विशेष मुख्य कारणों के बारे में बताएंगे, जिनका जानना आपके लिए बेहद ही जरूरी हैं।

1 - अगर आप घर में रखी सब्जियों को किसी गंदे पानी से धोते है, जिसमें बैक्टीरिया शामिल है। तो उस भोजन को खाने से आपको फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हो सकती है। जो फूड प्वाइजनिंग के होने का मुख्य कारण में से एक माना जाता हैं।

2 - दूषित भोजन और बासी भोजन के सेवन करने से भी फूड प्वाइजनिंग की शिकायत रहती है। इसलिए हर व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए की वह जब भी भोजन करे, तो वह जिस भी भोजन का सेवन करता है, वह भोजन शुद्ध और ताजा होना बेहद ही जरूरी हैं।

3 - अक्सर देखा जाता है कि जब भी बच्चे खाना खाने बैठते है, तो बच्चे खाना खाने से पहले अपने हाथ नही धोते है। जिस कारण बच्चों के हाथों में लगे बैक्टीरिया भोजन करते समय उनके पेट में चल जाता है। जिसके कारण अधिकतर बच्चों को फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होना स्वाभाविक हैं। 

4 - समय में भोजन ना करने की वजह से भी फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हो सकती है। अक्सर देखा गया है कि बहुत से लोग अपने व्यस्त दिनचर्या की वजह से समय पर भोजन नहीं करते है। जिसके कारण उनकी जीवनशैली असंतुलन होने लगती है। इस वजह से भी फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होने का खतरा अधिक बड़ जाता हैं।



फूड प्वाइजनिंग के मुख्य लक्ष्ण क्या है?


1 - बार-बार दस्त का लगना
2 - कुछ-कुछ देरी के अंतराल में उल्टी आना
3 - भूख नहीं लगना
4 - कमजोरी महसूस करना
5 - कुछ भी खाया हुआ, तुरंत उल्टी कर देना
6 - बार-बार बुखार का आना
7 - पेट में दर्द बना रहना
8 - अम्लीय डकार इत्यादि फूड प्वाइजनिंग के मुख्य लक्षणों में से एक हैं।

हमारे द्वारा बताए गए ऊपर किसी भी लक्षणों में से कोई भी एक लक्षण आपके शरीर में पाए जाते है, तो यह फूड प्वाइजनिंग के संकेत हो सकते है। इसलिए आपको तुरंत उसी समय अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और समय रहते अपना इलाज कराना चाहिए

Food poisioning से कैसे बचें ?



फूड प्वाइजनिंग से बचने के उपाय क्या हैं?


फूड प्वाइजनिंग से बचने के उपायों के बारे में हमने 'नीचे' विस्तार से समझाया है। जिसको अपनाकर आप फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी से बच सकते हैं।

1 - सबसे पहले जब भी आप खाना खाने बैठे, तो खाना खाने से पहले अपने हाथों को साबुन से अच्छे से धोए, उसके बाद ही खाना खाने बैठे

2 - घर में रखी हरी सब्जियों को पकाने से पहले उन्हें शुद्ध और साफ पानी से धोएं

3 - घर की छत पर रखी पानी की टंकी को हफ्ते में दो बार जरूर धोये

4 - जब भी आप खाना खाए, तो शुद्ध और ताजा खाना खाए, 2 से 3 दिन पुराना बासी खाने से परहेज करे

5 - प्रतिदिन 3 से 4 लीटर पानी अवश्य पिये। अक्सर देखा गया है की कभी-कभी शरीर में पानी की कमी होने के कारण भी फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हो जाती हैं।


Food poisioning से कैसे बचें ?


फूड प्वाइजनिंग से बचने के घेरेलू उपाय क्या है?


दही का सेवन - दही में एंटीबायोटिक होता है, जो शरीर के कई रोगों को ठीक करता है। इसके अलावा दही में एंटीबायोटिक होने के कारण यह फूड प्वाइजनिंग को भी ठीक करने की क्षमता रखता है। फूड प्वाइजनिंग की शिकायत होने पर एक आधी कटोरी दही में एक चम्मच काला नमक मिलाकर, उसके सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी में काफी आराम मिलता हैं।


नींबू - अक्सर गर्मियों के मौसम में नींबू हर घर में पाया जाता है। नींबू में विशेष प्रकार का एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी तथा एंटीवायरल जैसे गुण पाए जाते है। जो खासकर फूड प्वाइजनिंग के लिए काफी अच्छा माना जाता है। शरीर में मौजूद फूड प्वाइजनिंग वाले कीटाणुओं को खत्म करने के लिए नींबू सबसे बेस्ट माना जाता है। सुबह खाली पेट एक गुनगुने गिलास पानी में, एक नींबू निचोड़ कर पीने से फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी में काफी आराम मिलता हैं। 


तुलसी - आज के समय तुलसी का पौधा हर घर में पाया जाता है। जो फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्याओं से जल्द ही निजात दिला सकता है। तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते है। जो शरीर में होने वाले फूड प्वाइजनिंग के कीटाणुओं का खात्मा करता है। एक छोटी कटोरी दही में एक चम्मच काला नमक और कुछ तुलसी की पत्तियां साथ ही कुछ कली काली मिर्च डालकर, इसका सेवन करने से भी फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्याओं से जल्द राहत मिलता हैं।


जीरा - घर के किचन में रखा जीरा, फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी होने पर काफी काम आता है। घर के किचन में रखे जीरे में सबसे अधिक एंटी-ऑक्सिडेंट गुण पाया जाता है। जो पेट की सभी बीमारियों में काम आता है। एक चम्मच जीरे को भूनकर, हलके गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी में काफी राहत मिलता हैं।



Conclusion


जैसा कि आज के आपने इस आर्टिकल में हमने आपको Food Poisoning से कैसे बचें  संबंधित जानकारियां दी है। उम्मीद करता हूं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी। अगर आपके मन में फूड प्वाइजनिंग से संबधित कोई भी सवाल है। तो आप हमें कमेंट करके अपने सवाल पूछ सकते है। हम आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा अगर आपको किसी और टॉपिक पर जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है। धन्यवाद 

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