*गूगल-मेप से साबित हुआ कि रामायण एक ऐतिहासिक घटना है!*

 

क्या रामायण सच्ची घटना है ?

गूगल-मेप से साबित हुआ कि रामायण एक ऐतिहासिक घटना है!

  भारतीय सनातन धर्म के सभी पवित्र-ग्रंथों में से अग्रणी ग्रंथ 'रामायण' को माना जाता है। रामायण वास्तव में एक महाकाव्य रचना है। रामायण और महाभारत यूनानी ग्रंथ इलियड और ऑडेसि की तरह के महाकाव्य हैं। तो क्या रामायण सच्ची घटना है या फिर काल्पनिक है ?

  प्रचलित मान्यताओं के अनुसार रामायण की रचना कवि ऋषि वाल्मीकि जी ने की थी। यह एक गद्यात्मक रचना है, जिसका अर्थ होता है जिसे गा कर सुनाया जा सके।

समय-समय पर बहुत-से विद्वानों ने कहा है कि रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्य वास्तव में केवल एक काव्य रचना हैं, ये वास्तविक नहीं; इनका किसी भी ऐतिहासिक घटना के साथ कोई संबंध नहीं। तो क्या रामायण एक काल्पनिक कथा है ? लेकिन साथ ही कुछ विद्वानों ने कहा है कि रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्य पूर्णतः ऐतिहासिक घटनाएँ हैं। उपरोक्त दोनों ही तरह के विद्वानों के अपने-अपने मजबूत तर्क हैं।

 गूगल-मेप में समय-गणणा ने साबित किया कि रामायण एक ऐतिहासिक घटना है !

 जो विद्वान रामायण जैसे महाकाव्य को पूर्णतः एक ऐतिहासिक घटना मानते हैं उनके तर्क की मजबूती यह है कि आज के संदर्भ में विज्ञान और उसकी टेक्नालॉजी ऐसे विद्वानों का पूरा-पूरा समर्थन करती है।

 रामायण एक ऐतिहासिक घटना है उस पर जो अलग-अलग मजबूत तर्क जो दिये जाते हैं उनमें एक मजबूत तर्क यह है कि प्रतिवर्ष दशहरे के ठीक 21 दिन बाद ही दीपावली का त्यौहार क्यों आता है ?

क्या कभी हमने इस बारे में विचार किया है ? 

विश्वास न हो तो हिन्दु कैलेण्डर देख लीजियेगा। 

क्या रामायण सच्ची घटना है ?

 रामायण में वाल्मीकि ऋषि ने लिखा है कि प्रभु श्रीराम को अपनी पूरी सेना के साथ श्रीलंका से अयोध्या तक पैदल चल कर आने में 21 दिन (इक्कीस दिन यानि 504 घण्टे) लगे थे। अब अगर हम 504 घण्टे को 24 घण्टे से भाग दें तो उत्तर 21 आता है यानि 21 दिन। है न यह आश्चर्य की बात !

 अब अगर हम इस तथ्य की जाँच करने के लिये गूगल मेप पर सर्च करें तो गूगल मेप यह दर्शाता है कि श्रील्ंका से अयोध्या की दूरी 3145 किलोमीटर और लगने वाला समय 504 घण्टे है, अर्थात 21 दिन।

गूगल मेप की विश्वसनीयता !

  वर्तमान समय में गूगल मेप को पूरी तरह विश्वसनीय माना जाता है। लेकिन हम भारतीय लोग तो दशहरा और दीपावली त्रेतायुग से चली आ रही परंपरानुसार मानते आ रहे हैं। समय के इस गणित पर अगर आपमें से किसी को यकीन न आये तो खुद गूगल मेप में सर्च करके देख लेना।

  वाल्मीकि ऋषि ने तो रामायण की रचना श्रीराम के जन्म से पहले ही कर दी थी। उनकी भविष्यवाणी और आगे घटने वाली घटनाओं का वर्णन कितना स्टीक था !

   क्या रामायण सच्ची घटना है या फिर काल्पनिक है?, इसके उत्तर में गूगल मेप आधारित समय-गणक से तो यह सिद्ध हो ही गया है कि महाकाव्य रामायण पूर्णतः एक ऐतिहासिक घटना है, एक सच्ची घटना है, कोई कल्पना नहीं!!

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