मैथोलॉजिकल मलय पर्वत कहाँ स्थित है?

 

मैथोलॉजिकल मलय पर्वत कहाँ है ?


मैथोलॉजिकल मलय पर्वत कहाँ स्थित है?

मलय पर्वत कहाँ है?: हिंदू पौराणिक कथाओं में मलय पर्वत को विशालता और उच्चता का प्रतीक माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस पर्वत पर देवताओं और असुरों के बीच महायुद्ध भी हुआ था, तथा यह वही पर्वत है जिस पर महाजलप्रलय के बाद राजा मनु का नाव आ कर ठहरा था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पौराणिक पर्वत असल में कहाँ स्थित है? इस लेख में, हम इस रहस्य को उजागर करेंगे और मलेय पर्वत के बारे में रोचक तथ्यों को भी साझा करेंगे।


मलय पर्वत का पौराणिक महत्व

मलय पर्वत का उल्लेख हिंदू पौराणिक कथाओं में कई बार हुआ  है। महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्यों में भी इस पर्वत का वर्णन मिलता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवताओं और असुरों के बीच हुए समुद्र मंथन के दौरान, अमृत कलश निकला था। असुरों ने इस अमृत को हड़पने का प्रयास किया, लेकिन देवताओं ने उन्हें रोक दिया। इस युद्ध के दौरान, देवताओं ने मलेय पर्वत को एक शक्तिशाली हथियार के रूप में इस्तेमाल किया था।

इसी के साथ-साथ ग्रंन्थों में ऐसी भी मान्यता है कि यह मलय पर्वत वही पर्वत है जहां महाजलप्रलय के बाद राज मनु का विशाल समुंद्री जहाज आ कर टिका था, और फिर इसी पर्वत पर से नीचे उतर कर मनुष्य ने अपनी पहली मानव बस्ती का निर्माण किया था, जिसे मनुष्य द्वारा बसाई गई पहली मानव सभ्यता कहा जाता है. लेकिन फिर भी यह एक विरोधभासी तथ्य जान पड़ता है, क्योंकि ऐसी भी मान्यता है महाजलप्रलय के बाद मनु का विशाल समुंद्री जहाज मलय पर्वत पर नहीं, बल्कि सुमेरु पर्वत आ कर टिका था, और तब वहीं से पहली मानव सभ्यता का आरंभ हुआ था, जिसे इतिहास में सुमेर सभ्यता के नाम जाना जाता है। कुछ भी हो, पर इतना तो जरूर है इन दोनों पर्वतों में से कोई एक पर्वत तो जरूर है, जहाँ से महाजलप्रलय के बाद विश्व मानव सभ्यता का आरंभ हुआ था. 

मैथोलॉजिकल मलय पर्वत कहाँ है ?



मलेय पर्वत की वास्तविक लोकेशन

मलेय पर्वत की वास्तविक लोकेशन के बारे में कई मतभेद हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह पर्वत हिमालय में स्थित है, जबकि अन्य विद्वानों का कहना है कि यह पर्वत भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है। कुछ पौराणिक ग्रंथों में भी इस पर्वत की लोकेशन के बारे में विरोधाभासी जानकारी मिलती हैं।


मलेय पर्वत से जुड़े रोचक तथ्य

मलेय पर्वत का नामकरण

मलेय पर्वत का नामकरण मलय शब्द से हुआ है, जिसका अर्थ है "महान" या "उच्च"।

मलेय पर्वत की ऊंचाई

मलेय पर्वत की ऊंचाई के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है, लेकिन कुछ पौराणिक ग्रंथों में इसे एक विशाल पर्वत के रूप में वर्णित किया गया है।

मलेय पर्वत का महत्व

मलेय पर्वत न केवल पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हिंदू धर्म में भी विशेष महत्व रखता है। कई हिंदू भक्त इस पर्वत की पूजा करते हैं और इसे देवताओं का निवास स्थान मानते हैं।

मलेय पर्वत के बारे में अनुसंधान

मलेय पर्वत की वास्तविक लोकेशन और इसके पौराणिक महत्व के बारे में कई शोधकर्ता और इतिहासकारों ने अध्ययन किया है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि मलेय पर्वत का वास्तविक स्थान समय के साथ बदल गया है, या यह पर्वत अब अस्तित्व में ही नहीं है।

जबकि कुछ पौराणिक ग्रंथों में मलेय पर्वत को स्वर्ग लोक में स्थित बताया गया है.

तो हमें आशा है कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। इसी तरह की और अधिक ज्ञानवर्धक लेख पढ़ने के लिए कृपया Knowledge on top के साथ जुड़े रहिये। धन्यवाद 

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