*मांस खाने से 8 तरह के शारीरिक नुकसान! (जानिये विस्तार से)*

 

मांस खाने के नुकसान !

मांस खाने से 8 तरह के शारीरिक नुकसान! (जानिये विस्तार से)  

मांस का सेवन करने के आपने आज तक कई फायदे सुने होंगे। लेकिन मांस खाने के नुकसान काफी कम लोग ही जानते हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि स्वाद की वजह से अंधे होकर लोग मांस खाने के नुकसान के बारे में जानना ही नहीं चाहते हैं। आपको बता दे कि मांस खाने से आपको कई गंभीर रोगों का खतरा रहता है। मांस खाने से स्वास्थ्य के अलावा भी अनगिनत तरीकों से नुकसान होते है। आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो मांस खाने से आपकी चेतना के स्तर में भारी गिरावट आती है। आपके अंदर प्रेम के बजाय क्रूरता की बढ़ोतरी होती है और जीव तथा पृथ्वी को भी काफी नुकसान होता है। लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको केवल शारीरिक नुकसान के बारे में बताएंगे। मांसाहारियों की तुलना में शाकाहारी अधिक दुबले होते हैं। शाकाहारी लोगों का बीएमआई और ब्लड प्रेशर बिल्कुल कंट्रोल में रहता है। उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर संयमित होता है। 


जानिए मांसाहार के नुकसान के बारे में

किसी को शाकाहारी भोजन करना चाहिए या मांसाहारी,या यूं कहें कि इंसान को मांस क्यों नहीं खाना चाहिए? यह एक बहस है जो सदियों से चली आ रही है। मांसाहारी लोगों को जानवरों के जान से अधिक अपने जीभ का स्वाद प्रिय होता है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मांसाहारी लोगों का स्वास्थ्य शाकाहारी लोगों की तुलना में काफी ज़्यादा खराब होता है। आइए हम मांसाहारी भोजन के सेवन से होने वाले नुकसानों पर कुछ प्रकाश डालते हैं। प्रत्येक मांसाहारी को यह लेख पढ़ना चाहिए कि ये भोजन आपके स्वास्थ्य को विभिन्न तरीकों से कैसे प्रभावित करते हैं:-

1.मांस खाने से पाचन संबंधी विकार

 मांसाहारी भोजन करने से पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा शरीर की आवश्यकता से काफी अधिक होती है। मांसाहारी भोजन में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और यह पाचन को कठिन बनाता है। मांसाहारी भोजन का सेवन करने से एसिडिटी और कब्ज हो सकता है जो आगे चलकर पाचन संबंधी अन्य जटिलताओं का कारण भी बन सकता है।

2.मांस खाने से लाईफ-लाईन कम होती है 

अध्ययनों के अनुसार, यदि आप प्रतिदिन मांसाहारी भोजन का सेवन करते हैं, तो यह आपके जीवन काल को कम कर सकता है। इसका मतलब यह है कि शाकाहारी लोग मांसाहारी लोगों की तुलना में अधिक दिनों तक जिंदगी जीते हैं। रेड मीट में, मौजूद कोलेस्ट्रॉल के परिणामस्वरूप नसों और धमनियों में वसा (कोलेस्ट्रॉल) का संचय हो सकता है जो रक्त वाहिकाओं में रुकावट पैदा कर देता है। इसी के परिणामस्वरूप स्वास्थ्य संबंधी प्रमुख समस्याएं जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), हाई ब्लड प्रेशर या फिर कार्डियक अरेस्ट तक हो जाता है।

3.मांस खाने से एंटीबायोटिक का ज़हर आपके अंदर जाता है

जानवरों को पैदा करने और बड़ा करने का तरीका काफी अनहेल्दी होता है। इन जानवरों के नियमित रखरखाव के दौरान एंटीबायोटिक्स जैसी कई दवाएं अक्सर दी जाती हैं। ये एंटीबायोटिक्स जिस भी इंसान के अंदर जाते हैं उनके शरीर में खतरनाक बीमारियों की संभावना काफी ज़्यादा बढ़ जाती है। 

4.मांस खाने से हार्मोनल असंतुलन

बड़ी मात्रा में मांस खाने से अधिक कोलेस्ट्रॉल का सेवन होता है जिसके परिणामस्वरूप स्टेरॉयड हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। हालांकि मांस के सेवन के बुरे प्रभाव किसी वैज्ञानिक प्रमाण से सिद्ध नहीं होते हैं, लेकिन मांस खाने के हानिकारक प्रभावों का पता लगाने के लिए कई पर्यवेक्षणीय अध्ययन हो रहे हैं।  

5.रेड मीट के सेवन से बढ़ती है कैंसर की संभावना

बड़ी मात्रा में रेड मीट खाने से कई तरह के कैंसर जैसे, प्रोस्टेट, ब्रेस्ट, किडनी और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट होते हैं। सभी तरह के कैंसर में, कोलन कैंसर का रेड मीट के सेवन और अच्छी तरह से प्रोसेस्ड मीट से गहरा संबंध है। आपको बता दे कि रेड मीट का इस्तेमाल पश्चिमी देशों में काफी ज़्यादा किया जाता है। यही कारण है कि पश्चिमी देशों में कोलन कैंसर आज के दौर में काफी ज़्यादा तेज़ी से बढ़ रहा है। अमेरिका में तो कोलोन कैंसर काफी ज़्यादा आम हो चला है। यूरोप में भी ये गंभीर बीमारी तेज़ी से अपने पैर पसार रही है। 

6.मांस खाने से दिल के रोग का खतरा बढ़ जाता है 

अवलोकन संबंधी अध्ययन मांस की खपत और हृदय रोगों के बीच संबंध दिखाते हैं। अध्ययनों के अनुसार, प्रोसेस्ड मीट उत्पादों का सेवन करने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बार-बार मांस खाने से आपके हृदय के लिए काफी बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

7.मांस का सेवन करने से बढ़ता है मोटापा

हाल ही में की गई कई अध्ययनों के रिज़ल्ट में ये खुलासा हुआ है कि मांस के भीतर खराब फैट और कैलोरी काफी ज़्यादा मात्रा में होते हैं। तेजी से वजन बढ़ने का प्रमुख कारण उच्च कैलोरी और प्रोटीन सामग्री है। यदि आप अपने शारीरिक वज़न को काबू में रखना चाहते हैं तो आपको मांस के सेवन से परहेज़ ही करना चाहिए। 

8.मांस खाने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है

जब कोई रोजाना अधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन करता है, तो टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 30% तक बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में चार साल के भीतर मधुमेह विकसित हो सकता है। मधुमेह ज़्यादा दिनों तक रहने से व्यक्ति कई तरह की बीमारियों का शिकार हो जाता है। 
 
अंतिम शब्द: भारत में प्राचीन काल से ही शाकाहारी संस्कृति रही है और उस समय के लोग अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु थे। सभी प्रकार के भोजन के अपने फायदे और नुकसान हैं। बस सही आहार चुनें और स्वस्थ रहें।

प्राचीन समय में हमारे देश भारत में लोगों ने शाकाहारी भोजन के महत्व को और मांस खाने के नुकसान को अच्छे से समझ लिया था। आज के समय में भी हमारे देश में अधिकांश आबादी शाकाहारी लोगों की ही है। हम आशा करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद मांसाहारी भोजन के सेवन से परहेज़ करेंगे। यदि इस लेख को पढ़ने के बाद मुट्ठी भर लोग भी मांसाहार का सेवन छोड़ देते हैं तो हमारे लेख का मक़सद पूरा हो जाएगा। इसी तरह के लेख पढ़ते रहने के लिए आप हमारे वेबसाइट के साथ जुड़े रहे। 

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