चीन में बौद्ध धर्म का इतिहास (Buddhism In China History)

 

चीन में बुद्ध धर्म का इतिहास


चीन में बौद्ध धर्म का इतिहास (Buddhism In China History)

चीन में बौद्ध धर्म (Buddhism in china history) का एक लंबा और जटिल इतिहास रहा है, जिसने चीनी समाज और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। बौद्ध धर्म का परिचय भारत से हुआ, और समय के साथ यह चीनी संस्कृति में समाहित हो गया, जिससे एक विशिष्ट चीनी बौद्ध परंपरा का उदय हुआ।

प्रारंभिक परिचय (2nd शताब्दी ईसा पूर्व - 2nd शताब्दी ईस्वी):

  • प्रारंभिक संपर्क: बौद्ध धर्म के चीनी भूमि पर आने के प्रारंभिक साक्ष्य हान राजवंश (206 ईसा पूर्व - 220 ईस्वी) के समय से मिलते हैं। माना जाता है कि बौद्ध धर्म का परिचय चीनी व्यापारियों और राजदूतों द्वारा भारत से लाया गया था।
  • हान राजवंश में बौद्ध धर्म: हान राजवंश के समय में बौद्ध धर्म का धीरे-धीरे प्रसार हुआ। इस दौरान भारत से चीनी भूमि पर बौद्ध भिक्षुओं का आगमन हुआ, जिन्होंने चीनी भाषा में बौद्ध ग्रंथों का अनुवाद किया।
  • बौद्ध धर्म का राजकीय संरक्षण: हान राजवंश के बाद के शासकों ने बौद्ध धर्म को राजकीय संरक्षण प्रदान किया। कई शासकों ने बौद्ध मठों का निर्माण करवाया और बौद्ध भिक्षुओं को सम्मानित किया।

बौद्ध धर्म का स्वर्ण युग (3rd शताब्दी ईस्वी - 6th शताब्दी ईस्वी):

  • बौद्ध कला और साहित्य का विकास: इस अवधि में चीनी बौद्ध कला और साहित्य का उल्लेखनीय विकास हुआ। बौद्ध मूर्तियां, भित्तिचित्र और गुफा मंदिरों का निर्माण किया गया। कई महत्वपूर्ण बौद्ध ग्रंथों का चीनी भाषा में अनुवाद किया गया।
  • विभिन्न बौद्ध संप्रदायों का उदय: इस समय विभिन्न बौद्ध संप्रदायों का उदय हुआ, जैसे कि थेरवाद, महायान और वज्रयान। महायान संप्रदाय चीन में सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ।
  • बौद्ध धर्म का सामाजिक प्रभाव: बौद्ध धर्म ने चीनी समाज पर गहरा प्रभाव डाला। बौद्ध मठों ने शिक्षा के केंद्रों का काम किया और सामाजिक सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

टैंग राजवंश (618 ईस्वी - 907 ईस्वी): (Buddhism in china history)

  • बौद्ध धर्म का शिखर: टैंग राजवंश के समय बौद्ध धर्म अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंचा। इस दौरान बौद्ध मठों का विस्तार हुआ और बौद्ध भिक्षुओं की संख्या में वृद्धि हुई।
  • चान बौद्ध धर्म का उदय: टैंग राजवंश के समय चान बौद्ध धर्म का उदय हुआ, जो बाद में जापान में ज़ेन बौद्ध धर्म के रूप में विकसित हुआ। चान बौद्ध धर्म में ध्यान और अंतर्दृष्टि पर विशेष बल दिया जाता है।
  • बौद्ध धर्म का प्रभाव राजनीति पर: टैंग राजवंश के शासकों ने बौद्ध धर्म को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए भी उपयोग किया।


मध्यकालीन काल (10th शताब्दी ईस्वी - 19th शताब्दी ईस्वी): (Buddhism in china history)
  • बौद्ध धर्म का पतन: मध्यकालीन काल में बौद्ध धर्म का पतन हुआ। इस दौरान कई बौद्ध मठों को नष्ट कर दिया गया और बौद्ध भिक्षुओं का उत्पीड़न किया गया।
  • नेओ-कन्फ्यूशियनिज़्म का प्रभाव: इस अवधि में नेओ-कन्फ्यूशियनिज़्म का उदय हुआ, जिसने बौद्ध धर्म को चुनौती दी।
  • बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान: 19वीं शताब्दी में बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान हुआ। कई बौद्ध संस्थाओं की स्थापना हुई और बौद्ध धर्म का आधुनिक रूप विकसित हुआ।

आधुनिक काल (20th शताब्दी ईस्वी - वर्तमान): (Buddhism in china)

  • बौद्ध धर्म का आधुनिकीकरण: 20वीं शताब्दी में बौद्ध धर्म का आधुनिकीकरण हुआ। कई बौद्ध संस्थाओं ने सामाजिक सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाई।
  • बौद्ध धर्म का अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव: 20वीं शताब्दी में बौद्ध धर्म का अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव बढ़ा। कई देशों में बौद्ध समुदायों का विकास हुआ।
  • चीन में बौद्ध धर्म का वर्तमान स्थिति: वर्तमान में चीन में बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है। हालांकि, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा बौद्ध धर्म पर नियंत्रण रखा जाता है।

चीनी बौद्ध धर्म की प्रमुख विशेषताएं:

  • महायान बौद्ध धर्म का प्रभाव: चीनी बौद्ध धर्म मुख्य रूप से महायान परंपरा पर आधारित है।
  • चान बौद्ध धर्म का महत्व: चान बौद्ध धर्म चीनी बौद्ध धर्म की एक महत्वपूर्ण शाखा है।
  • बौद्ध कला और वास्तुकला: चीनी बौद्ध कला और वास्तुकला अपनी विशिष्ट शैली के लिए प्रसिद्ध है।
  • बौद्ध धर्म का सामाजिक प्रभाव: चीनी बौद्ध धर्म ने चीनी समाज और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है।

निष्कर्ष:

चीन में बौद्ध धर्म (Buddhism in china history) का एक लंबा और जटिल इतिहास रहा है। बौद्ध धर्म ने चीनी समाज और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। हालांकि, मध्यकालीन काल में बौद्ध धर्म का पतन हुआ, लेकिन 19वीं शताब्दी में इसका पुनरुत्थान हुआ। वर्तमान में चीन में बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है।

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