*भारत की जाँच एवं खुफिया एजेंसियाँ ! (Secret agencies of india in hindi)*

 

भारत की खुफिया एजेंसियाँ !

 भारत की जाँच एवं खुफिया एजेंसियाँ! (Secret agencies of india in hindi)

 प्राचीनकाल से हर देश या राज्य की यह नीति रही है कि वह अपने देश के भीतर और बाहर जाँच एवं खूफिया एजेंसियों की स्थापना करे। secret agencies of india की नकल अधिकतर अमेरिका से की है। तो आइये जानते हैं आखिर कौन है भारत की सुरक्षा एजेंसियाँ ?

 भारतदेश की जाँच एजेंसियाँ मुख्यतः तीन प्रकार की हैं :-

 1. देश के भीतर और बाहर की खूफिया एजेंसियाँ।

 2. देश के भीतर अपराधिक मामलों की जाँच एजेंसियाँ।

 3. देश के भीतर भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसियाँ।

  जानें, देश की सुरक्षा में अहम् भूमिका निभाती हैं ये 10 एजेंसियाँ :-

1. देश के भीतर और बाहर की खूफिया एजेंसियाँ !

 देश के भीतर खूफिया एजेन्सियों में सबसे प्रमुख एजेन्सी है -

 *IB (Intelligence bureau) :-  यह भारत देश की सर्वोच्च खूफिया एजेन्सी है। भारत में इसकी स्थापना खूफिया एजेन्सियों में सबसे पहले की गई थी। इस एजेन्सी का मुख्य काम है कि देश के अंदर आतंकी गतिविधियों का पता लगाना। कहीं आतंकी घटना होने वाली है इसकी जानकारी IB ही सरकार को देती है।
*NIA (National investigation agency) :-  इस एजेन्सी का मुख्य कार्य है आतंकी घटना घटने के बाद आतंकी गतिविधियों की जाँच-पड़ताल करना। जैसे, कहीं Bomb blast हो गया है तो उस घटना की जाँच-पड़ताल करना।
*RAW (Research & analysis wing) :-   यह भारत देश की तीसरी सबसे बड़ी खूफिया एजेन्सी है। पर इसका काम है देश के बाहर देश के विरोधी ताकतों की जासूसी करना। इस एजेंसी  काम करने वालों की पहचान सरकार लोगों से छिपा कर रखती है। 
भारत की खुफिया एजेंसियाँ !


 2. देश के भीतर अपराधिक मामलों की जाँच एजेंसियाँ :-

 *CBI (Central bureau of investigation) :-  यह केन्द्रीय सरकार की एक जाँच एजेन्सी है। High court या Supreme court किन्हीं मामलों में इस एजेन्सी को जाँच के आदेश दे सकती है। केन्द्रीय सरकार के आदेश के अनुसार यह एजेन्सी काम करती है।
 *CID (Criminals investigation department) :-  यह State government की जाँच एजेन्सी है। यह छोटे-मोटे अपराधिक जाँच किया करती है। High court भी इसे जाँच का आदेश दे सकती है। CID पर एक Famous TV serial भी बन चुका है।
 *NCB (National Narcotics control bureau) :-  इस एजेन्सी का काम होता है नशे और नशे से संबंधित अपराधों की जाँच-पड़ताल करना।
 *MI (Military intelligence) :-  यह Army की खुद की एक जाँच एजेन्सी है। आर्मी से संबंधित जो भी जाँच-पड़ताल के कार्य होते हैं वे सब यही एजेन्सी करती है।
 *LIU (Local investigation unit) :-  यह एजेन्सी भारतीय पुलिस की अपनी खुद की लोकल-जाँच एजेन्सी है। यह लोकल लोगों को मिलाकर उनसे बहुत-सी अपराधिक खूफिया जानकारी हांसिल करती है, और फिर उस आधार पर अपराधों की धर-दबोच करती है। यह लोकल यूनिट हर लोकल पुलिस-विभाग में होती है और इस काम में बहुत से लोकल लोग Involved होते हैं जिनकी पहचान पुलिस विभाग लोगों से गुप्त रखती है।

 3. देश के भीतर भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसियाँ !

 *ED (Enforcement department) :-  यह भारतदेश का प्रवर्तन (Enforcement) विभाग है। इस प्रवर्तन विभाग का काम है उन बड़े और अमीर लोगों की जाँच-पड़ताल करना जिन्होने Tex चोरी करके अलग-अलग जगह अपने धन (पैसों) को Invest किया हो। बहुत से ऐसे राजनैतिक लोग, प्रशासनिक लोग और व्यापारिक लोग होते हैं जो अप्ने काले धन को बचाने और छुपाने के लिये सरकार को टेक्स अदा न करके उन पैसों को कहीं न कहीं Invest करते हैं या फिर छुपा कर रखते हैं। ED बड़े-बड़े भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों पर ही छापे मारती है।
भारत की खुफिया एजेंसियाँ !


 *CVC (Central vigilance commission) :-  भ्रष्टाचार के विरुद्ध यह भारत की सबसे बड़ी जाँच एजेन्सी है। यह केंद्र सरकार की एक जाँच एजेन्सी है। जितने भी अधिकारी व कर्मचारी लोग होते हैं उन पर CVC नजर बनाये रखती है। यह प्रशासनिक लोगों पर नजर बनाये रखने के लिये एक CCTV केमरे की तरह है। क्योंकि हो सकता है कि ED, CBI और Income tax जैसे विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी पैसों की लालच में बिक जायें ! इसीलिये उनकी जाँच करने के लिये भी इस आयोग की स्थापना की गई है। केंद्र व राज्य के सर्वोच्च पदाधिकारियों (IAS) और DC or DM, SDM, तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी से लेकर हर कर्मचारियों पर  CVC  (Vigilance) की पैनी-नजर बराबर बनी रहती है, ताकि भ्रष्टाचार पर CVC अपनी नकेल कस सके। यह एजेंसी जासूसों की जासूस है। यह प्रधानमंत्री तक पर अपनी नजर रखती है।

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